दिल को गिरवी रख हालात पूछता था.........!!!

दिल को गिरवी रख हालात पूछता था,,
ये वक्त वो था जो मुझसे मेरी ओकात पूछता था
..................................................
देखकर जमाने की बेरुखी यू,
क्या कींमत मे हे ये जज्बात पूछता था,

मुझे ही मेरा कातिल बनाकर,
हर राह हर मोड़ पर सवालात पूछता था,
यादो के साये मे रखकर,
क्या हे अनसुलझे खयालात पूछता था,
जब भी हमने खुद मे जीये,
ये वक्त था जो शायर की जात पूछता था
p@W@n

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