सुकून मिले जहा पा ले कुछ

सुकून मिले जहा पा ले कुछ ,
बचपन समझकर ही चुरा ले कुछ ,

दुनिया से दूर रहने की तलब हे ,
खेल समझकर खुद को छुपा ले कुछ

जिंदगी से अब वाकिफ मैं हु ,
मिलेगा सब तलब से चाह ले कुछ

मिलती नहीं वजह तो दूढ़ आज तू ,
बहानो से ही सही पर खुद को हसा ले कुछ !!!

Pawan !!

Comments

Popular posts from this blog

टूटे ख्वाब