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लिखा हुआ हर ल्फज़ तो गहरा हे

लिखा हुआ हर ल्फज़ तो गहरा हे खवबो पर आज भी यहाँ पहरा हे मेरे शहर की य़ही सच्चाई हे , मोहब्बत हे अगर तेरे सिर पर सहरा हे ज़िन्दगी पूछने ज़रूर लगती हे , इस मोड पर पाया हुआ क्या तेरा हे अंधेरो की ज़िन्दगी मे एक कदम ओर , उम्मीद ज़हा मिली वहा सवेरा हे , लिखने का शोक तुम भी रखो चाहत मे अगर दिलो मे करना बसेरा हे Pawan