कोशीश करो हमेंशा रोशनी के लिए जलो...............................
कोशीश करो हमेंशा रोशनी के लिए जलो
कभी राह में गिरो तो सभलो फिर चलो,
होसलो को हिम्मत बनाकर चलो एक हद में,
जिदगी तुम भी जीना सीखो खुद में!!!!!!
सफर-ए जिदगी में यहा सब कुछ सहना हे,
रुकना नही बस पानी के तरह बहाना हे,
कितने भी मुशिकल आये खुश रहना हे,
जिदगी के उसूलो एक विश्वास की जद में
जिदगी तुम भी जीना सीखो खुद में!!!!!!
कुछ पलो के लिए अधेरा हुआ कल फिर सवेरा होगा,
आज नही हे तो क्या मेरा कल तो मेरा ही होगा,
कुछ हो जाए यहा ना मेरा उदास चेहरा होगा,
जेसा हूँ अच्छा हूँ रहना बडा दिल के कद में
जिदगी तुम भी जीना सीखो खुद में!!!!!!
रुकना नही बस पानी के तरह बहाना हे,
कितने भी मुशिकल आये खुश रहना हे,
जिदगी के उसूलो एक विश्वास की जद में
जिदगी तुम भी जीना सीखो खुद में!!!!!!
कुछ पलो के लिए अधेरा हुआ कल फिर सवेरा होगा,
आज नही हे तो क्या मेरा कल तो मेरा ही होगा,
कुछ हो जाए यहा ना मेरा उदास चेहरा होगा,
जेसा हूँ अच्छा हूँ रहना बडा दिल के कद में
जिदगी तुम भी जीना सीखो खुद में!!!!!!
Must say an inspiring poetry....nyc work!!
ReplyDeleteThanks sonali for appreciation :)
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